जीतने का मतलब है की हारने से नहीं डरना.
इंसान जब कोई काम करता है तोह उसे करने मैं डर लगता है की मैं हार न जाऊ, क्यों की हार इंसान को दिन प्रति दिन कमज़ोर करता जाता है .इंसान अपनी हार को न देखते हुए उस हार से हमे सीखना है ता की जिस हार से हमे नुकसान हुआ है उसे पूरा कैसे करे
लोग कॉकरोज की तरह होते है जब वि लाइट चलती है तो किसी हनेरे मैं चले जाते है jaise जब कोई हार मिलती है तोह उस हार का पसतावा करते है बल्कि उन्हें हार का सामना करना चाहिए. उदाहरन :- हार उस बच्चे की तरह होती है जब वो मोटर साइकिल सीखता है लेकिन सीखते सीखते कितनी बार निचे गिर जाता है फिर बी नहीं हारता और एक दिन सफल हो जाता है . दूसरी तरफ इंसान किसीकाम मैं असफल हो जाते है तो वो सोचने लगते है की हम kabi वि वि सफल नहीं हो सकते . लेकिन यह सही नहीं . पैसा कमाना ही सफल नहीं होता पैसे को कहा निवेश करना है जे सफल करता है
जिंदगी मैं हम चूहा बिली का खेल खेलते रहते है इस चूहा बिल्ली के खेल से कैसे बहार निकला जाये आखिर क्या होता है चूहा बिल्ली का खेल ?
हम किसी काम को करने के लिए उसे सोचते ही रहते ही की हम उस काम को करले गए . लेकिन क्या होता है हम उस काम को नहीं कर पाते हम सोचते ही रह जाते है ऐसा humari सोच मैं ही होता है.असफलता को दफनाए नहीं बल्कि उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए.
हमे आमिर बनने मैं हमारी सोच ही हमे आमिर बना सकती है आमिर बनने से हमे कोई नहीं हमे रोक रहा jaise हर इंसान स्वर्ग मैं तोह जाना चाहता है परन्तु मरना नहीं चाहता . इंसान आमिर बनाना तोह चाहता है लेकिन बिना किसी काम से , kya ऐसा मुमकिन है नहीं इंसान की सोच मैं ही गर्बरी है उन्हें आमिर बनने से कोई नहीं रोक रहा वो खुद ही अपनी मर्ज़ी से वही खड़े है , खड़े रहते है उन्हें वो खुद ही रोक रहे है , दुनिआ मैं मैं कोई पैदा नहीं हुआ किसी को रोक सके यह हमारे जेहन मैं ही होता है हम जे नहीं कर सकते है ,उसके विपरीत हम उसे कर सकते है होते है . क्या आप के साथ हुआ है ऐसा:-एक इंसान जिस की दोनों बाजुए ही नहीं है वो अपने परिवार के लिए काम करता है क्या आप सोच सकते है हमारे पास तो हाथ वि होते है हम तब वि अपने हाथो पर हाथ रख कर बैठे रहते है आज हमे इस वीडियो से सीखना चाहिए की जे इंसान अपनी बिना बाजुए के वि अपने काम को कर रहा है.
दोस्तों इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करना चाहिए ता की जो हार चुके है वो इस इंसान से कुछ सिख पाए.
Thanks !
इंसान जब कोई काम करता है तोह उसे करने मैं डर लगता है की मैं हार न जाऊ, क्यों की हार इंसान को दिन प्रति दिन कमज़ोर करता जाता है .इंसान अपनी हार को न देखते हुए उस हार से हमे सीखना है ता की जिस हार से हमे नुकसान हुआ है उसे पूरा कैसे करे
लोग कॉकरोज की तरह होते है जब वि लाइट चलती है तो किसी हनेरे मैं चले जाते है jaise जब कोई हार मिलती है तोह उस हार का पसतावा करते है बल्कि उन्हें हार का सामना करना चाहिए. उदाहरन :- हार उस बच्चे की तरह होती है जब वो मोटर साइकिल सीखता है लेकिन सीखते सीखते कितनी बार निचे गिर जाता है फिर बी नहीं हारता और एक दिन सफल हो जाता है . दूसरी तरफ इंसान किसीकाम मैं असफल हो जाते है तो वो सोचने लगते है की हम kabi वि वि सफल नहीं हो सकते . लेकिन यह सही नहीं . पैसा कमाना ही सफल नहीं होता पैसे को कहा निवेश करना है जे सफल करता है
जिंदगी मैं हम चूहा बिली का खेल खेलते रहते है इस चूहा बिल्ली के खेल से कैसे बहार निकला जाये आखिर क्या होता है चूहा बिल्ली का खेल ?
हम किसी काम को करने के लिए उसे सोचते ही रहते ही की हम उस काम को करले गए . लेकिन क्या होता है हम उस काम को नहीं कर पाते हम सोचते ही रह जाते है ऐसा humari सोच मैं ही होता है.असफलता को दफनाए नहीं बल्कि उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए.
हमे आमिर बनने मैं हमारी सोच ही हमे आमिर बना सकती है आमिर बनने से हमे कोई नहीं हमे रोक रहा jaise हर इंसान स्वर्ग मैं तोह जाना चाहता है परन्तु मरना नहीं चाहता . इंसान आमिर बनाना तोह चाहता है लेकिन बिना किसी काम से , kya ऐसा मुमकिन है नहीं इंसान की सोच मैं ही गर्बरी है उन्हें आमिर बनने से कोई नहीं रोक रहा वो खुद ही अपनी मर्ज़ी से वही खड़े है , खड़े रहते है उन्हें वो खुद ही रोक रहे है , दुनिआ मैं मैं कोई पैदा नहीं हुआ किसी को रोक सके यह हमारे जेहन मैं ही होता है हम जे नहीं कर सकते है ,उसके विपरीत हम उसे कर सकते है होते है . क्या आप के साथ हुआ है ऐसा:-एक इंसान जिस की दोनों बाजुए ही नहीं है वो अपने परिवार के लिए काम करता है क्या आप सोच सकते है हमारे पास तो हाथ वि होते है हम तब वि अपने हाथो पर हाथ रख कर बैठे रहते है आज हमे इस वीडियो से सीखना चाहिए की जे इंसान अपनी बिना बाजुए के वि अपने काम को कर रहा है.
दोस्तों इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करना चाहिए ता की जो हार चुके है वो इस इंसान से कुछ सिख पाए.
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