मुस्लिम लड़के को गगनदीप सिंह (सिख) ने अपनी बाँहों में लेकर बचाई जान, Janne Kaise?
एक मुस्लिम लड़के की जान बचाने के बाद उत्तराखंड रामनगर स्टेशन में बटोर सब इंसपेक्टर गगनदीप सिंह का कहना है की वो तो अपनी ड्यूटी कर रहे थे. 28 साल के गगनदीप सिंह इन दिनों सोशल मीडिया में हीरो बने हुए है भीड़ ने जब मुस्लिम जोड़े पर हमला किया तो साथ में ही वह ड्यूटी कर रहे थे.
सिंह जे ने बताया - 22 मई की घटना करीब 12 वजे के आस पास की है, जब लोग मंदिर में गंगा दशहरा मानाने के लिए काफी संख्या में श्रदालु मंदिर मैं इकठा हो रहे थे तभी गगन जी ने देखा की मुस्लिम लड़के को भीड़ ने घेर रखा है और उससे राशन कार्ड की डिमांड भी की थी 24 साल का लड़का मंदिर मैं दर्शन के लिए अपनी महिला दोस्त के साथ आया था भीड़ ने लड़के के साथ मारपीट भी की .
सिंह जी ने बताया - जब लड़के को घेरा हुआ था तो उन को यह था की लड़के को कोई नुक्सान न हो , गुस्साई भीड़ मैं उन्होंने अपनी बाँहों के सहारे भीड़ से बहार निकाला और लड़की को महिला कांस्टेबल की मदद से भीड़ से बाहर निकाला
गगनदीप सिंह जी को बहादुरी के लिए 2500 रुपीस का इनाम भी मिला उन्हों ने कहा मैं तो सिर्फ अपनी ड्यूटी कर था.
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एक मुस्लिम लड़के की जान बचाने के बाद उत्तराखंड रामनगर स्टेशन में बटोर सब इंसपेक्टर गगनदीप सिंह का कहना है की वो तो अपनी ड्यूटी कर रहे थे. 28 साल के गगनदीप सिंह इन दिनों सोशल मीडिया में हीरो बने हुए है भीड़ ने जब मुस्लिम जोड़े पर हमला किया तो साथ में ही वह ड्यूटी कर रहे थे.
सिंह जे ने बताया - 22 मई की घटना करीब 12 वजे के आस पास की है, जब लोग मंदिर में गंगा दशहरा मानाने के लिए काफी संख्या में श्रदालु मंदिर मैं इकठा हो रहे थे तभी गगन जी ने देखा की मुस्लिम लड़के को भीड़ ने घेर रखा है और उससे राशन कार्ड की डिमांड भी की थी 24 साल का लड़का मंदिर मैं दर्शन के लिए अपनी महिला दोस्त के साथ आया था भीड़ ने लड़के के साथ मारपीट भी की .
सिंह जी ने बताया - जब लड़के को घेरा हुआ था तो उन को यह था की लड़के को कोई नुक्सान न हो , गुस्साई भीड़ मैं उन्होंने अपनी बाँहों के सहारे भीड़ से बहार निकाला और लड़की को महिला कांस्टेबल की मदद से भीड़ से बाहर निकाला
गगनदीप सिंह जी को बहादुरी के लिए 2500 रुपीस का इनाम भी मिला उन्हों ने कहा मैं तो सिर्फ अपनी ड्यूटी कर था.
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